बोलने और चलने में कठिनाइयाँ आती हैं, दिखाई भी कम देता है … क्या आप मल्टीपल स्क्लेरोसिस डिसऑर्डर के शिकार तो नहीं हैं?
क्या होता है मल्टीपल स्क्लेरोसिस Multiple Sclerosis
Multiple Sclerosis: हर साल 30 मई को मल्टीपल स्क्लेरोसिस दिवस के रूप में मनाया जाता है और लोगो को इस रोग के बारे में जागरूक किया जाता है मल्टीपल स्क्लेरोसिस एक ऑटोइम्यून डिजीज है इसमें दिमाग और रीढ़ की हड्डी की नसों को बुरी तरह से क्षति पहुंचती है, ब्रेन और स्पाइन की कोशिकाएं एक माइलीन नामक प्रोटीन की एक लेयर से से घिरी होती है जो नर्वस सिस्टम की रक्षा करता है. इलेक्ट्रिकल सिग्नल को ब्रेन से शरीर के बाकी हिस्सों में पहुंचाने में मदद करता है. मल्टीपल स्क्लेरोसिस होने पर माइलीन क्षतिग्रस्त होने लगता है और शरीर अपनी ही कोशिकाओं पर हमला करती है इस स्थिति में उस हिस्से की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती है
मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लक्षण
- आँखों में धुंदलापन आना
- हाथो या पेरो का सुन्न होना या कमजोरी आना,
- थकान होना,
- चलने फिरने में दिक्कत आना,
- अगर किसी को ऐसे लक्षण दिखे तो इसे हलके में न ले समय रहते इसका इलाज सुरु न किया जाये तो यह रोग गंभीर रूप धारण कर सकता है मल्टीपल स्क्लेरोसिसइस से पीड़ित व्यक्ति अपने रोजमर्रा के कामो को करने में भी असमर्थ हो जाता है इसके लक्षणों को पहचान कर समय से इसका इलाज शुरू कर दिया जाये तो इसे ठीक किया जा सकता है
मल्टीपल स्क्लेरोसिस के मरीजों का खानपान एवं व्यायाम
उप्पल न्यूरो अस्पताल में मल्टीपल स्क्लेरोसिस का इलाज किफायती दर पर उपलब्ध है साथ ही उन्होंने लोगो से यही अपील की स्क्लेरोसिस से डरे नहीं इसका इलाज करवाए पौष्टिक आहार ले ,किसी भी प्रकार का नशा न करे, योग एवं व्यायाम करे और अपने दिमाग को स्वस्थ रखे
डॉ सलिल उप्पल
डी एम न्यूरोलॉजी